Friday 1 April 2016

मेरा शौक पर निबंध

पढना यानी वाचन करना मेरा शौक है. मैं कहानियो के पुस्तके, समाचार पत्र और अन्य सामाग्री पढ़ता हू. जो मुझे अच्छा लगे वो मैं पढ़ता हू.

जब मैं छोटा था तबसे मुझे वाचन करने का शौक लगा. मैं मेरे माता पिता को कहानियां पढ़ के सुनाने को कहता था. वो थक जाते थे. बाद में मैंने खुद पढ़ना चालु किया. मैंने पहले कहानी के पुस्तक पढ़े. बाद में मैंने परी कथाएं औत बाकी कहानिया पढ़नी शुरू की. अब मैं सबकुछ पड़ता हु. जो भी मुझे वाचन करने को मिले; मैं पढ़ता हूं.

वाचन करने से मुझे बहुत सारी चीजें समझ में आ गयी. बहुत सारी चीज़े जो मुझे मालूम नहीं थी; अब मुझे मालुम हुयी है. पुराने जमाने में लोक कैसे मैजिक और रहस्य में रहते थे वो मैंने पढ़ा है. मैंने दुनिया के आश्चर्यों के बारे में पढ़ा है. अंतरिक्ष यात्रा, मानव उपलब्धियों, विशाल व्हेल, छोटे वायरस और ऐसी कई बातें पढ़ी है.

वाचन करने की ये मजेदार बात है की मुझे चीजों को मुश्किल तरीके से सीखने की जरूरत नहीं पड़ती. में बिमारी फैलाने वाली चीजों से दूर रहता हूँ. मुझे शेर को देखने के लिए जंगल में जाने की जरुरत नहीं. क्योंकि मैंने उसके बारे में बहुत पढ़ा है. ऐसी बहुत सारी चीजों को मैं समझ गया हूं.

पुस्तकें बहुत सारी जानकारी और तथ्यों के बारे में बताते है. वो मुझे हर वक्त मदद करती है. मैं मुश्किलों का सामना करने के लिए तैयार रहता हु. वरना मुझे चीजों को सीखने में बहुत मुश्किल आ जाती.

इसलिए मैं हमेशा वाचन करता हु. जो मुझे दुनिया के बारे में बहुत जानकारी देते है. मैं अपना वक्त लाभ के साथ गुजारता हूँ. यह वास्तव में एक अच्छा शौक है.
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